जगत बाबू गाँव के इज्ज़तदार आदमी थे।आसपास के कई गाँवों तक इनके नेक-कर्मों के चर्चे थे।इनके जैसा बिरला ही कोई होगा।जो पूरे जगत में भलाई का काम करता हो।लोग तो उनकी तुलना देवताओं से करने लगते थे।वे समझते थे,कोई देवलोक का ही वासी है;जिसने हमलोगों का भला करने के लिए इस लोक में अवतार लिया है।ईश्वर को सदृश देख उनके जीवन का हर क्षण आनंदमय व्यतीत हो रहा है।
Tags: Hindi
, Radha Yshi
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