आज नई ध्वज से गणतंत्र दिवस फिर आया है नव परिधान बसंती रंग माता ने पहनाया है तार तार में है गुंथा ध्वज तुम्हारे त्याग की गाथा ...
फिर बलि चढ़ गई देश की बेटी कैसी है यह देश की शान बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना चलाती है सरकार बेटी बचाओ बोलकर बेटी की बलि चढ़ाती ...
तू जिंदगी को जी समझने की कोशिश न कर सुंदर सपनों के ताने-बाने बुने उसमें उलझने की कोशिश ना कर चलते वक्त के साथ तू भी चल ...