वैधानिक चेतावनी-सिर्फ हास्य के लिए लिखा गया है ज्यादा दिमाग न लगाएं... इधर उधर की बाते छोड़ो हो जाओ सब चाक चौबंद, हमसे बचने के लिए तुम स...
तुम मेरे लिए... इंतज़ार होता है वर्ष भर चातकी को जिसका.... तुम मेरे लिए वो सरस् बरसात सी हो... हर ओर जुगनू जगमगाते है जि...
खिड़कियों से जो आंखों से आंखे मिलेगी.. शुरू होगा फिर मोहब्बत का एक सिलसिला.. उफ्फ वाकई मैं और तुम हम हो जाएंगे... खबर होगी कानो ...