हिंदी दिवस 14 सितम्बर

है भारतीय संस्कृति की आत्मा ये हिंदी
है वतन हिंदुस्तान हमारा, हम ही हैं ये हिंदी,

है गुलिस्ताँ जैसी, ज़ुबाँ से निकले ये हिंदी।
है भारतीय संस्कृति, की आत्मा ये हिंदी,

है भारत की, राज-भाषा ये हिंदी।
ये सिर्फ़ भाषा ही नहीं भावों की अभिव्यक्ति है हिंदी,

है सरस, सरल मनोहारी व प्यारी ये हिंदी।

है वतन हिंदुस्तान हमारा, हम ही हैं ये हिंदी।

है गुलिस्ताँ जैसी, ज़ुबाँ से निकले ये हिंदी।

लेखिका-प्रियंका महंत छत्तीसगढ़

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

इस पोस्ट पर साझा करें

| Designed by Techie Desk