साथीयों जब भी की त्यौहार आदि आते है और हमें मां की बहुत याद आती है। इसी कड़ी में होली के अवसर पर मैं अपना एक लेख माँ तो माँ है। आप लोगों के प्रति समर्पित कर रहा हूँ। साथ ही सभी हमारी माता बहिनों के चरणों में अपना शीश झुकता हूँ। आप सभी के आशीर्वाद के कारण ही मैं यहां तक पहुँच पाया हूँ।
Tags: Sanjay Jain
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें