अब आगे 
अपने दोस्तों से बात करते-करते रात के बारह बज गए । दीदी ने मुझे बुलाया तो कमरे में सोने चला आया ।
काया से मिलने के एहसास से दिल की धड़कन तेज हो उठी । मेरे कदमों की आहट से काया संभलकर बैठ गयी ।
मैंने मुँह दिखाई में काया को डायमंड रिंग पहना दिया । काया खुश हो गई । मैं एकटुक काया को देखने लगा । काया ने कहा -
"आज मुझे विश्वास हो गया कि इस ज़माने में भी कोई मोहब्बत करता है"
"अगर मुझसे कोई गलती हुई हो तो माफ कर देना आप"
वादा है आपसे - भाग - 1   ---   वादा है आपसे - भाग - 2   ---   वादा है आपसे - भाग - 3   ---   वादा है आपसे - भाग - 4   ---   वादा है आपसे - भाग - 5
मैं काया के दोनों हाथ पकड़कर चूम लिया ।
"काया आप मेरी ज़िन्दगी हो मेरा सबकुछ हो"
"आपने एक अंधी लड़की से प्यार किया और निभाया भी"
वाकई मैं बहुत खुशनसीब हूं जो आपके जैसा चाहने वाला मिला।
"हर्ष जी मैं भी आज ये इजहार करती हूं कि मुझे मोहब्बत है आपसे"
" आज मैं आपको एक सच्चाई बताने जा रही हूं ---"
"मैं अंधी नहीं हूँ हर्ष जी बल्कि अंधी होने का नाटक किया था ताकि अच्छे और गलत लोगों में फर्क कर सकूं"
"मैं मोहब्बत में धोखा खाना नहीं चाहती थी ,
"और मेरे पापा मुझसे बहुत प्यार करते थे ,
"मेरे पापा चाहते थे कि मुझसे जो शादी करे वो मुझसे प्यार करने वाला हो मेरी दौलत से प्यार करने वाला नहीं हो"
"तभी हमने इतना कुछ किया"
वादा है आपसे - भाग - 1   ---   वादा है आपसे - भाग - 2   ---   वादा है आपसे - भाग - 3   ---   वादा है आपसे - भाग - 4   ---   वादा है आपसे - भाग - 5
काया अंधी नहीं है वह देख सकती है ये जानकर मुझे खुशियों का खजाना मिल गया ।
"काया लेकिन मैं आपसे प्यार करता था और हरहाल में आपसे ही शादी करता"
"काया जीवनभर आपके साथ रहूंगा वादा है आपसे"
काया मुस्कुरा उठी ।
मैं काया सपने में भी नहीं सोचा था कि जो लड़का पार्क में हर शाम मुझे घूरता है वह मेरा पति बन जाएगा ।
यूं तो हर्ष जी देखने में खूबसूरत थे ।
मगर जब उन्होंने मोहब्बत का इजहार मुझसे किया तो मुझे यकीन नहीं आया क्योंकि आजकल के ज़माने में मोहब्बत नहीं बस धोखा है । इसलिए हर्ष जी के मोहब्बत को मैंने जाँचने का मन बना लिया ।
क्या सच में उनकी मोहब्बत सच्ची है? और जब एहसास हुआ कि उनकी मोहब्बत सच्ची है तो मैं अपने-आप को इस दुनिया की सबसे खुशकिस्मत लड़की समझने लगी ।

मैं तो खुशी से पागल हो उठा कमरे से बाहर निकलकर सबको बताया कि काया अंधी नहीं है वह देख सकती है तब मम्मी ने मुझे एक और झटका दिया बेटा ये बात हमें पन्द्रह दिन पहले ही पता चल गयी थी
क्या मम्मी आप भी मैं दीदी की तरफ देखने लगा पापा भी आ गए थे सभी एक-दूसरे को देखकर मुस्कुरा रहे थे । दीदी ने कहा -
वादा है आपसे - भाग - 1   ---   वादा है आपसे - भाग - 2   ---   वादा है आपसे - भाग - 3   ---   वादा है आपसे - भाग - 4   ---   वादा है आपसे - भाग - 5
"तेरी काया ने ही तुझे बताने से मना कर रखा था"
"हमलोगों जब तेरी शादी काया से तय कर दी। तब काया ने हमें सारी सच्चाई बतायी थी और कहा था कि ये सच मैं तुझे नहीं बताऊं क्योंकि वो खुद तुझे ये बताना चाहती थी" 
मैं खुश तो था ही अब थोड़ा गुस्सा भी हो गया पीछे पलटा तो काया खड़ी मुस्कुरा रही थी ।
गुस्से में आकर मैं चुपचाप बेड पर सो गया ।
काया मेरे पास आकर रोने लगी -
"हर्ष जी प्लीज माफ करो आज के बाद कभी आपका दिल नहीं दुखाऊंगी"
"वादा है आपसे"
काया की आंखों में आंसू देखकर मैं तड़प उठा ।
वादा है आपसे - भाग - 1   ---   वादा है आपसे - भाग - 2   ---   वादा है आपसे - भाग - 3   ---   वादा है आपसे - भाग - 4   ---   वादा है आपसे - भाग - 5
मैं फौरन बेड से उठा और काया को सीने से लगा लिया । काया हया से मुझसे लिपट गयी ।
ज़िंदगी हसीन हो गई थी । काले बादल छँट चुके थे ।
मोहब्बत की जीत हो गई थी ।

समाप्त

Radha Yshi

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