साधु भूखा भाव का धन का भूखा नाहीं ।
धन का भूखा जो फिरै सो तो साधु नाहीं ॥


अर्थ: साधु का मन भाव को जानता है, भाव का भूखा होता है,  वह धन का लोभी नहीं होता जो धन का लोभी है वह तो साधु नहीं हो सकता !

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