नादान हूँ मैं . . . Chandrashekhar Poddar तुमसे दिल लगा बैठा कितना अनजान हूँ मैं, शायद इश्क़ में जवां नहीं हुआ अभी नादान हूँ मैं। बेइन्तहा मोहब्बत करता हूँ तुझसे, मौसम की ... Read More