तड़पता है ये दिल और आँख . . . Chandrashekhar Poddar तड़पता है ये दिल और आँख अक्सर डबडबाई है जिन्हें हम याद करते हैं उन्हीं से क्यों जुदाई है मुहब्बत पड़ गई मँहगी वफ़ा करना पड़ा भारी ... Read More