ए ख़ुदा तू ही बता, *किसे मैं अपना लिखूं और किसे मैं बेगाना लिखूं,* इस पल - पल रंग बदलती दुनिया में, किसे मैं अपना सहारा लिखूं।। ...
हर एक चेहरे के पीछे एक चेहरा छुपा होता है, किसे पता उसमें क्या छिपा होता है, कभी तन के सुंदर भी घायल कर जाते हैं, तो कभी तन के का...