सुमन एक जानी-मानी वकील थी । बहुत कम उम्र में उसने ऐसे-ऐसे केस सुलझाए थे कि जिसे बड़े बड़े धुरंधर भी हाथ लगाने से डरते थे ।

आज भी सुमन केस की फाइल पढ रही थी कि तभी मोबाइल की बीप बजी स्क्रीन पर आलोक का नंबर देखकर मुस्कुरा उठी ।
हैलो सुमन मैं बाहर इन्तज़ार कर रहा हूं पांच मिनट में आओ । "ठीक है आलोक आती हूँ " सुमन ने कहा ।
फिर फटाफट सुमन आलोक की गाड़ी में आकर बैठ गयी  । आलोक एक आईपीएस अधिकारी था ।
अच्छा खासा हैंडसम अपने काम के प्रति जिम्मेदार ।
सुमन पूरी तरह से आलोक पर फिदा थी ।
सुमन भी बला की खूबसूरत थी उतनी ही होशियार थी अपने कामों में । यूं समझ लिए ऐसा लगता था, दोनों एक-दूसरे के लिए ही बने हों ।
एक साल में ही दोनों एक-दूसरे के बेहद करीब आ गए । दिल्ली  के एक शानदार होटेल में आलोक सुमन के साथ बैठकर कॉफ़ी पी रहा था ।
आलोक ने वेटर को पिज्जा और चिकन चाउमीन का ऑर्डर दे दिया ।

दीवानगी का सुरूर - 1  ---  दीवानगी का सुरूर - 2  ---दीवानगी का सुरूर - 3

"कॉफी पिलाने के लिए ही बुलाया था तुमने आलोक हद करते हो यार"
कॉफी का घूँट पीते हुए सुमन ने कहा ।
"अरे नहीं सुमी आज बहुत बड़ा फैसला लेना है मुझे सुनकर तुम उछल पड़ेगी "

आलोक ने मुस्कुराते हुए कहा ।
"अच्छा फिर बता ही दो आलोक " सुमन ने कहा ।
तब तक टेबल पर पिज्जा और चाउमीन आ चुका था ।
"सुमी आज तेरी मम्मी से मिलकर तेरा हाथ हमेशा के लिए मांग लूंगा "
"सच्ची आलोक" सुमन ने खुशी से आलोक के हाथ पर अपना हाथ रख दिया ।
"मुच्ची सूमी "
आलोक के साथ जब अपने घर पहुंची सुमन तो उसकी मम्मी आलोक को देखकर हैरान हुई फिर अंदर आने को कहा ।
आलोक -"नमस्ते आंटी "
"आओ बेटे "

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आलोक सुमी की मम्मी के साथ बड़े अदब से बात किया ।
आंटी - आज मैं आपसे कुछ कहना चाहता हूँ ।
सुमन की मां हीना आलोक की पर्सनेलिटी देखकर खुश हो गई ।
हीना -"बोलो बेटा क्या कहना है? "
आलोक -"आंटी मैं सुमी से प्यार करता हूं और सुमी से शादी करना चाहता हूँ "
हीना -"बेटे इस विषय पर क्या तुमने अपने पापा से बात की है? "
आलोक -"नहीं "
हीना -"बेटा तो पहले अपनी फैमिली से बात करो" "अगर वो तैयार होते हैं तो फिर हमसे बात करना;"

"मुझे कोई एतराज नहीं है मगर मेरी शर्त है तेरी फैमिली तैयार होगी"
" तभी अपनी बेटी की शादी तुझसे करूंगी वर्ना नहीं "
हीना ने लहजे में थोड़ी सख्ती लाते हुए कहा ।

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आलोक -"ठीक है आंटी बहुत जल्दी मैं अपनी फैमिली के साथ ही अब आऊंगा "
सुमन अपनी मम्मी की सख्ती देखकर थोड़ी हैरान हो गई थी ।
कॉफी पीकर आलोक चला गया ।
सुमन कुछ मायूस सी हो गई थी ।
बेटा सुमी चिंता न करो सब ठीक हो जाएगा तेरी ममा है ना तेरे साथ ।
आलोक ने आज डिनर टेबल पर अपने पापा से बात करने की कोशिश की ।
सुमी का फोटो पापा के सामने रख दिया ।
आलोक के पापा एक आईजी थे । मम्मी बैंकर थी और आलोक की एक बहन थी ;जो डॉक्टर थी ।
बहन की शादी भी एक डाक्टर से ही हुई थी !
दोनों के बीच प्यार था ,घरवाले को लड़का पसंद था ,तो बिना किसी ना नुकर के आलोक की बहन की शादी हो गई ।
आलोक के पापा ने सुमन का फोटो देखकर अपनी पत्नी की तरफ बढा दिया ! फिर आलोक से पूछा -"ये लड़की कौन है?"

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"पापा ये सुमन है एक वकील है ,मैं इसे पसंद करता हूं और शादी भी करना चाहता हूं इससे "
आलोक ने नज़रें नीची करके कहा ।
बेटा लड़की तो खूबसूरत है लेकिन खानदान कैसा है?" "ये सब देखना पड़ेगा तभी मैं फाइनल करूंगा "
आलोक के पापा ने अपनी पत्नी और बेटे की तरफ देखते हुए कहा ।
आलोक की मां ने भी हां में हां मिलाया ।
"पापा सुमन के पापा नहीं केवल मम्मी है "
"ओके कोई नहीं बेटे मुझे सब पता तो करने दो ।"
आलोक फिर अपनी ड्यूटी में व्यस्त हो गया ।
इन्तज़ार करने लगा पापा के जवाब का ।
केस के सिलसिले में आलोक को मुम्बई जाना पड़ा एक सप्ताह के लिए ।
जब मुम्बई से लौटा आलोक तो देखा मम्मी पापा कुछ चुप से लग रहे थे ।
आलोक फ्रेश होकर खाना खाया ,फिर पापा ने उसे अपने कमरे में बुलाया ।
जब पापा के कमरे में आलोक आया तो देखा मम्मी भी बैठी है ।
फिर पापा ने जो कुछ भी आलोक से कहा सुनकर दंग रह गया आलोक ।
पापा अगर सुमन की मां तवायफ थी, भी तो मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता है क्योंकि मैं जानता हूं कि सुमन एक अच्छी लड़की है भरोसा है मुझे उसपर "

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आलोक ने कहा
"मैं तवायफ की बेटी से अपने बेटे की शादी नहीं कर सकता तुम कान खोलकर सुन लो"
"तवायफ की बेटी भी तवायफ ही होती है " आलोक के पापा इन्द्रजीत सिंह ने गुस्से से कहा
पापा मैं केवल शादी करूंगा तो केवल सुमन से वर्ना कुँवारा ही रहूंगा " आलोक ने जवाब दिया ।
आखिर वो भी तो अपने ही बाप का बेटा था ।
अपने वादे से पीछे कैसे हटता ।
हीना अपनी बेटी के लिए परेशान थी! मन में डर था सच्चाई जानने के बाद क्या कोई मेरी बेटी को स्वीकार करेगा? एक तस्वीर को सीने से चिपका कर आधी रात को हीना आँसू बहा रही थी ।
एकाएक सुमन की आंखें खुल गयी, जब बाथरूम के लिए उठी तो देखा ममा की कमरे की बत्ती जल रही है !
तो उसने खिड़की से झांका तो देखा, ममा बेड पर बैठी आँसू बहा रही है । सुमन फिर  बेचैन हो गई।


क्रमशः

Radha Yshi

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