दिलकी आवाज से ही . . .


तुम ही से प्यार करता हूँ,
तुम ही पर जान देता हूँ।
तुम्हारे दिल की धड़कनों,
मैं पहचान लेता हूँ।

तभी तो लोग,
तेरी मेरी दोस्ती को।
दिलसे आशीर्वाद और
दुआएं हमें देते है।।

तुम्हारे और हमारे,
प्यार के किस्से।
लोगों की जुबा पर,
हर पल जो रहते है।

मोहब्बत करने वालो को,
कठिन परीक्षा देनी पड़ती है।
यदि इसमें हुये तुम पास,
तभी मोहब्बत परवान चढ़ेगी।।

मोहब्बत में दिलों का
मिलना बहुत जरूरत हैं।
बिना दिलों की धड़कन के,
मोहब्बत हो नहीं सकती।

तभी तो मोहब्बत करना,
बच्चो का खेल नहीं होता।
इसकी हर एक डगर,
बहुत कंटीली होती है।।

Sanjay Jain

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